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पश्चिम में स्त्री-विमर्श और स्त्री-लेखन
यूरोप में 15वीं सदी के इतालियन रैनेसां की चरम परिणिति 18वीं सदी के ज्ञान-प्रसार आंदोलन के रूप में हुई, जिस दौर में बुद्धिवाद चिंतन के केंद्...

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बलचनमा नागार्जुन प्रेमचंद की परंपरा के उपन्यासकार हैं । अंतर यह है कि जहाँ प्रेमचंद ने उत्तर प्रदेश के अवध-बनारस क्षेत्र के किसानों ...
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समकालीन कवि और कविता अनिल कुमार पाण्डेय कविता का लिखना, दिखाई दे रही घटनाओं का, प्रतीत हो रही बातों का, ठीक-ठीक उसी...
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हिंदी भाषा के सन्दर्भ में समाज, संस्कृति और भाषा तीनों को साथ लेकर चलने वाले सुप्रसिद्ध समाज भाषा वैज्ञानिक डॉ. रविन्द्रनाथ श्रीवास्तव...
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